अब सभी केंद्रों पर 5-जी जैमर, तीन बार होंगे चेक, कंपनी देगी प्रमाणपत्र

देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) ने स्नातक स्तरीय परीक्षा में अब सभी 445 परीक्षा केंद्रों पर केवल 5-जी तकनीक वाले जैमर लगाए जाने का निर्णय लिया है। पिछली परीक्षा में 4-जी जैमर लगाए गए थे, जो तकनीकी रूप से कमजोर साबित हुए थे और 5-जी नेटवर्क को जाम नहीं कर पा रहे थे।
अमर उजाला ने 23 सितंबर के अंक में इस समस्या को प्रमुखता से उठाया था। आयोग की बैठक में तय किया गया कि आगामी पांच अक्टूबर की परीक्षा में सभी जैमर 5-जी होंगे। जैमर उपलब्ध कराने वाली कंपनी ईसीआईएल यह प्रमाण पत्र भी देगी कि सभी जैमर 5-जी तकनीक के हैं।
परीक्षा केंद्रों पर जैमर की जांच तीन बार की जाएगी। इसके साथ ही परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक, पर्यवेक्षक और सेक्टर मजिस्ट्रेट को लिखित रूप में जैमर के काम करने की रिपोर्ट देनी होगी। जैमर सिर्फ परीक्षा कक्ष में ही नहीं बल्कि टॉयलेट और बाथरूम में भी प्रभावी होंगे।
इस कदम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि परीक्षा में किसी भी प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का उपयोग न हो और परीक्षा निष्पक्ष रूप से संपन्न हो।