हरिद्वार/ विधानसभा उप निर्वाचन (33-मंगलौर) को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारर्दिर्शता से सम्पन्न कराने हेतु भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त सामान्य प्रेक्षक अभिजीत अग्रवाल, पुलिस प्रेक्षक बरबर्ट जी लिंगदोह तथा व्यय प्रेक्षक अनूप कुमार शर्मा ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में निर्वाचन कार्यों के लिए नियुक्त एआरओ, नोडल अधिकारियों की बैठक ली तथा विधानसभा उप निर्वाचन की अभी तक की गई तैयारियों की समीक्षा की गई। बैठक में निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षकों ने पूर्व में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुए हरिद्वार लोकसभा निर्वाचन प्रक्रिया की सराहना करते हुए, विधानसभा उप निर्वाचन को भी आयोग की मंशा के अनुरूप स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी, भयरहित माहौल में चुनाव संपन्न कराने के लिये नोडल अधिकारियों के बीच बेहतर समन्वय पर जोर दिया। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि सभी मतदाता अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें, मतदाता जागरूकता अभियान पर विशेष ध्यान दिया जाये ताकि मतदान के पिछले सभी रिकॉर्ड टूट जायें। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि सभी उम्मीदवारों को एक समान अवसर मिले, किसी भी प्रकार का भेदभाव न हो। निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी रखी जाये।

प्रेक्षकों ने निर्देशित करते हुए कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया को स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी एवम भय रहित माहौल में शांतिपूर्वक संपन्न कराना हम सभी का दायित्व है। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि शान्ति एवम कानून व्यवस्था बनी रहे, माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के खिलाफ सख्ती से कार्यवाही की जाए। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि आदर्श आचार संहिता का सख्ती से अनुपालन हो तथा किसी भी प्रकार की शिकायत मिलने पर तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। क्रिटिकल तथा वलनारेबल क्षेत्रों का अधिक से अधिक निरीक्षण किया जाए। सभी अधिकारी एवम कर्मचारी आपसी समन्वय से आयोग के दिशा-निर्देशानुसार कार्य करना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि छोटी से छोटी गलती भी निर्वाचन प्रक्रिया को दूषित कर सकती है, इसलिए निर्वाचन में गलती की कोई भी गुंजाइश नहीं है। किसी भी स्तर पर कोई भी चूक न हो, सभी कार्मिक आपसी तालमेल से कार्य करना सुनिश्चित करें। गस्त के दौरान पुलिस टीम द्वारा भी वीडियोग्राफी की जाए और किसी के भी विरुद्ध कार्यवाही करते समय अपने पास पुख्ता सबूत रखे जाए। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि एफएसटी, एसएसटी टीमें समयबद्धता से कार्य करें तथा विभिन्न प्रकार के राजनेतिक आयोजनों की वीडियोग्राफी इस प्रकार करें कि कोई भी वस्तु रिकॉर्ड होने से न छूट जाए। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि प्रत्याशियों तथा पार्टियों के खर्चे खाते में दर्ज करते समय हमारे पास प्रॉपर डॉक्यूमेंटेशन सुरक्षित होना चाहिए।

बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी एवम रिटर्निंग ऑफिसर धीराज सिंह गर्ब्याल ने मंगलौर विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं और मतदान केंद्रों की संख्या, मतदान दलों के प्रशिक्षण कार्यक्रम से लेकर निर्वाचन व्यय पर निगरानी रखने एसएसटी, एफएसटी, वीएसटी एवं वीडियो व्यूइंग दलों के गठन और तैनाती से अवगत कराया। ईवीएम एवं वीवीपैट मशीनों की हैंड्स ऑन ट्रेनिंग, कम्युनिकेशन प्लान, राजनैतिक दलों एवं उम्मीदवारों को दी जाने वाली अनुमतियों के लिए सिंगल विंडो प्रणाली, दिव्यांग मतदाताओं को सुगम मतदान हेतु मतदान केंद्रों पर दी जाने वाली सुविधाओं, मतदान दलों का परिवहन, मतदान के दिन की जाने वाली सुरक्षा व्यवस्था, मतदान सामग्री का वितरण एव वापसी, स्ट्रांग रूम, चुनाव के दौरान प्राप्त शिकायतों के निराकरण की व्यवस्था, चुनाव में इस्तेमाल किये जा रहे विभिन्न सॉफ्टवेयर एवं एप्लिकेशन, चुनाव ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों को मतदान के लिए ईडीसी की व्यवस्था, दिव्यांग एवं 85 वर्ष से अधिक की आयु के मतदाताओं को घर से डाक मतपत्र द्वारा दी जाने वाली मतदान की सुविधा को लेकर की जा रही तैयारियों, वोटर टर्न आउट बढाने एवं स्वीप कार्यक्रम के तहत मतदाताओं को जागरूक करने आयोजित की जा रही गतिविधियों आदि के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। बैठक के पश्चात प्रेक्षकों द्वारा मतगणना केन्द्र, निर्वाचन कन्ट्रोल रूम, सी-विजिल, एमसीएमसी का भी निरीक्षण किया गया और महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। बैठक में एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल, सीडीओ प्रतीक जैन, अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, मुख्य कोषाधिकारी रोमिल चौधरी, उप जिलाधिकारी मनीष सिंह, अजयवीर सिंह, परियोजना निदेशक केएन तिवारी, मुख्य शिक्षाधिकारी केके गुप्ता, जिला पूर्ति अधिकारी तेजबल सिंह, डीपीआरओ अतुल प्रताप सिंह सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।