“ऑपरेशन स्माइल “”अभियान 2024” जनपद हरिद्वार /एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट हरिद्वार की ऑपरेशन स्माइल टीम द्वारा जनपद स्तर पर चलाया जा रहा है campaign, अपर पुलिस महानिदेशक (अपराध एवं कानून व्यवस्था) उत्तराखण्ड, के आदेशानुसार प्रदेश भर में चलाए जा रहे दो महीने के ऑपरेशन स्माइल अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल ( आई.पी.एस) , हरिद्वार के दिशा निर्देशन में/ पुलिस उपाधीक्षक नगर जूही मनराल (नोडल अधिकारी ऑपरेशन स्माइल ) के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक प्रदीप बिष्ट के प्रभार में, पूर्व में जनपद हरिद्वार की ऑपरेशन स्माइल टीम प्रथम द्वारा दौराने भौतिक सत्यापन/तलाश गुमशुदा बालक – बालिका महिला पुरुष नगर कोतवाली हरिद्वार क्षेत्र से 27/05/24 को चार बालिकाऐं रेस्क्यू की गई थी।
जिनके काल्पनिक नाम क्रमश लक्ष्मी पुत्री कृष्णा उम्र 11 वर्ष माता सोमवती, विद्या पुत्री कृष्णा उम्र 10 वर्ष माता सोमवती, सपना पुत्री स्व: संदीप उम्र 08 वर्ष माता बसंती, हरबू पुत्री स्व: मंगत उम्र 07 वर्ष माता चमेली। निवासीगण बल्ला मंडी अमृतसर पंजाब (बालिकाओं द्वारा बताए अनुसार) चारो बालिकाओं को बाद आवश्यक विधिक कार्यवाही/बाल कल्याण समिति के आदेश से खुला आश्रय ज्वालापुर में सरंक्षण दिलवाया गया। और प्रभारी निरीक्षक के आदेशानुसार एक टीम बालिकाओं के परिजनों की तलाश हेतु गठित कर अमृतसर पंजाब रवाना की गई। बालिकाओं की की गई काउंसलिंग व बताए गए पते के अनुसार टीम द्वारा बालिकाओं के फोटो दिखाकर परिजनों को तलाश किया गया। टीम की लगन और कठिन परिश्रम से टीम बालिकाओं के परिजनों तक पहुंच ही गई। बालिकाओं के परिजनों द्वारा बताया कि साहब हम लोग दिहाड़ी मजदूरी करने वाले हैं। जो कि एक स्थान से दूसरे स्थान पर काम की तलाश में जाते रहते हैं। वर्तमान समय में सभी बालिकाओं के परिजनों बल्ला मंडी/दाना मंडी अमृतसर पंजाब में रहकर मजदूरी कर रहे हैं ।।। चारो बालिकाएं घर वालो को बिना बताए कहीं चली गई थी जिनको हमने काफी तलाश किया परन्तु इनका कहीं कुछ पता नहीं चल पाया। हम लोग इनके कारण काफी परेशान हैं। अब कहीं जाकर हमे सकून मिला कि हमारी बच्चियां हरिद्वार में सुरक्षित है। टीम आज बालिकाओं के परिजनों को लेकर हरिद्वार पहुंच गई जिसमें बालिका लक्ष्मी व विद्या की माताजी सोमवती पत्नी किशनिया निवासी केशवपुरी डोईवाला देहरादून हाल पता बल्ला मंडी अमृतसर पंजाब। बालिका सपना के पिताजी का देहान्त हो चुका है और माताजी चंडीगढ़ अस्पताल में एडमिट है। सपना अपनी नानी के पास ही रहती है इसलिए सपना सगी नानी कविता पत्नी विजय( निवासी ग्राम डेरा भागीरथ खानपुर झीझाना शामली (UP) हाल पता बल्ला मंडी अमृतसर पंजाब।) ही सपना को लेने आई है। बालिका हरबू के पिताजी का भी देहांत हो चुका है माताजी भी काफी बीमार रहती है आने में सक्षम नहीं है इसलिए उसने अपनी सगी बहन अनिता पुत्री गोपाल पत्नी गुलबहार निवासी केशवपुरी डोईवाला देहरादून हाल निवासी ज्वालापुर को हरबू को लेने के लिए कहा चुंकि अनिता वर्तमान में ज्वालापुर में ही है। टीम द्वारा चारो बालिकाओं और बालिकाओं के परिजनों को लेकर बाल कल्याण समिति हरिद्वार के समक्ष प्रस्तुत किए गए जहां पर समिति द्वारा बालिकाओं और परिजनों की उचित काउंसलिंग की गई और बाद काउंसलिंग के और आवश्यक/ विधिक कार्यवाही करने के उपरान्त चारों बालिकाओं को उनके परिजनों की सकुशल सुपुर्दगी में दिया गया, बाल कल्याण समित (सदस्य नौमान साबिर, सदस्य मंजू अग्रवाल, सदस्य नीलम मेहता, सदस्य सोमा देवी ) बालिकाओं के परिजन अपनी अपनी बालिकाओ को पाकर बहुत खुश दिखाई दिए और अपने मन ही मन जनपद हरिद्वार की ऑपरेशन स्माइल टीम और उच्चाधिकारियों का आभार जताया गया। इस प्रकार उत्तराखंड पुलिस जनपद हरिद्वार की ऑपरेशन स्माइल टीम ने तीन परिवारो के चेहरे पर मुसकान बिखेरी। ऑपरेशन स्माइल टीम – हे का0 राकेश कुमार, म0हेका0 बिनीता सेमवाल, का0 मुकेश कुमार, का0 दीपक चन्द, का0 सुनील कुमार , मका0 बबीता, मका0 गीता ।