हरिद्वार /मायूस चेहरों पर लगातर मुसकान बिखेरती हरिद्वार पुलिस, अपर पुलिस महानिदेशक (अपराध एवं कानून व्यवस्था) उत्तराखण्ड,के आदेशानुसार प्रदेश भर में चलाए जा रहे दो महीने के ऑपरेशन स्माइल अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल ( आई.पी.एस) , हरिद्वार के दिशा निर्देशन में/ पुलिस उपाधीक्षक नगर जूही मनराल (नोडल अधिकारी ऑपरेशन स्माइल ) के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक प्रदीप बिष्ट के प्रभार में । दिनांक 9.6.2024 को दौराने गुमशुदा तलाश बालक/ बालिका/महिला/पुरुष निकट कंट्रोल रूम हरिद्वार चौंकी रोडीबेलवाला क्षेत्र से एक नौ वर्षीय बालिका को अत्यंत दयनीय अवस्था में रेस्क्यू किया गया जिसके द्वारा मौके पर पूछताछ में अपना नाम सोनू माता-पिता अज्ञात घर का पता भी अज्ञात बताया गया। बालिका काफी डरी सहमी हुई थी जब महिला आरक्षी सुल्ताना द्वारा विभिन्न प्रकार से बालिका को विश्वास में लिया गया तो उसने रोते हुए सिर्फ यही बताया कि उसके माता-पिता का स्वर्गवास हो चुका है और उसकी बूढ़ी दादी उसे हरिद्वार यहां बड़ी बिल्डिंग के पास रात्रि में छोड़कर गई है ।बालिका इसके अतिरिक्त किसी भी प्रकार की जानकारी देने में असमर्थ है ,बालिका की स्थिति को समझते हुए बालिका को तत्काल रेस्क्यू कर चिकित्सा परीक्षण वा उचित स्वास्थ्य उपचार दिलाकर बाल कल्याण समिति हरिद्वार अध्यक्ष अंजना सैनी व सदस्य गण (सोमा पुरोहित,मंजू अग्रवाल, नोमान साबरी ,नीलम मेहता) के समक्ष प्रस्तुत किया गया जहां उचित काउंसलिंग उपरांत आदेश अनुसार बाल कल्याण समिति हरिद्वार जब तक बालिका के परिजनों का पता नहीं लग जाता खुला आश्रय गृह ज्वालापुर में संरक्षण दिलवाया गया।प्रभारी निदेशक महोदय के आदेश पर टीम द्वारा सीसीटीवी कैमरों की जांच कर , राज्य के सभी जनपदों व अन्य पड़ोसी राज्यों कंट्रोल रूम, समाचार एजेंसी से संपर्क कर बालिका के परिजनों की तलाश शुरू कर दी गई है। ऑपरेशन स्माइल टीम – हे का0 राकेश कुमार,  म0हेका0 बिनीता सेमवाल, का0 मुकेश कुमार, का0 दीपक चन्द, का0 सुनील कुमार,  मका0 बबीता, मका0 गीता ।