हरिद्वार/ जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने कहा कि शहर के सौन्दर्यकरण, श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं के विकास हेतु कार्य योजना तैयार की जा रही है। जिसके लिए हितधारकों के सुझाव बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि सभी हित धारक अपने-अपने सुझाव अवश्य दें ताकि योजना को बेहतर से बेहतर ढ़ंग स तैयार किया जा सके। उन्होंने कहा कि जो भी सुझाव प्राप्त होंगे, उन्हें उच्चाधिकारियों को प्रेषित किया जायेगा और हर संभव कार्य किया जायेगा।

बैठक में यूआईआईडीबी के प्रतिनिधि सुरेश गुप्ता ने धार्मिक, सांस्कृतिक गतिविधियों के दृष्टिगत नए टूरिज्म मास्टर प्लान,परियोजना क्षेत्र परिभाषा, हर की पौड़ी का विकास, हर की पौड़ी-आस्था पथ-चण्डी घाट हेतु फिक्स एवं झूला पुल, सती कुण्ड का विकास, सड़क सुधारीकरण, पार्किंग अपग्रेडेशन, घाट तथा रिवर फ्रन्ट डेवलपमेंट एवं इम्प्रूवमेन्ट, सॉलिड वेस्ट, जल आपूर्ति, ड्रैनेज सिस्टम, विद्युत, बस स्टेशन रिलोकेशन सहित विभिन्न विषयों पर विस्तार से जानकारी दी। बैठक में हित धारकों एवं व्यापारियों ने सुझाव दिया कि हर की पौड़ी के सामने खाली स्थान पर नया शहर बसाया जाये ताकि शहर का एतिहासिक, पौराणिक एवं धार्मिक स्वरूप भी बना रहे। सभी हित धारकों ने रोड कनेक्टिविटी, पार्किंग एवं पार्किंग के लिए सम्पर्क मार्ग, व्यापारियों के दो पहिया वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था, बस स्टेशन निर्माण, ड्रैनेज सिस्टम, विभिन्न पुलों से प्रवेश एवं निकासी, लाइटिंग सहित विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से सुझाव देते हुए अपने-अपने अुनभव साझा किये।

बैठक में उपाध्यक्ष एचआरडीए अंशुल सिंह, नगर आयुक्त वरूण चौधरी, अपर जिलाधिकारी पीएल शाह, उप जिलाधिकारी मनीष सिंह, अजयवीर सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार, डीएसपी शान्तनु पाराशर, राष्ट्रीय सचिव भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल कैलाश केशवानी, अध्यक्ष होटल एसो.आशुतोष शर्मा, प्रदेश महामंत्री व्यापार मण्डी विजय शर्मा, जिला महामंत्री व्यापार मण्डल संजीव नैयर, शहर व्यापार मण्डल अध्यक्ष राजीव पाराशर, शहर व्यापार मण्डल महामंत्री अमन शर्मा सहित व्यापारी राहुल शर्मा, सन्दीप शर्मा, राहुल शर्मा, आशुतोष शर्मा, मधुर बेदी, गौरव मेहता, मयूर उप्रेती, राजेश पुरी, डॉ.नरेश चौधरी आदि उपस्थित थे।