देहरादून। दिनांक 19 नवंबर 2024 से 25 नवंबर 2024 तक प्राचीन भारतीय इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग कन्या गुरुकुल परिसर देहरादून, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग देहरादून मंडल, विज्ञान शाखा तथा INTACH द्वारा संयुक्त रूप से विश्व धरोहर सप्ताह का उद्घाटन कन्या गुरुकुल परिसर देहरादून में किया गया। इस साप्ताहिक कार्यक्रम में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा उत्तराखंड के सभी जिलों के पुरातात्विक स्थलों की सात दिवसीय फोटो प्रदर्शनी भी लगाई गई है, जो सभी के लिए मंगलवार19 नवंबर से लेकर सोमवार 25 नवंबर तक खुली रहेगी। प्रदर्शनी का समय सुबह 10:00 बजे से लेकर 5:00 बजे तक है ।
उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि डॉक्टर महेश्वरी प्रसाद जोशी रहे जो उत्तराखंड के जाने-माने इतिहासकार एवं पुरातत्व विद है ।उन्होंने अपने अतिथि संबोधन में कहा कि उत्तराखंड में ऐसे कई पुरातात्विक स्थल हैं, जिन्हें सही रूप में सुरक्षित करने की आवश्यकता है। मनोज सक्सेना अधीक्षक पुरातत्व देहरादून मंडल ने अपने वक्तव्य में कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा हर साल विश्व धरोहर सप्ताह पर अलग-अलग क्षेत्र में उत्तराखंड के पुरातात्विक स्थलों की चित्र प्रदर्शनी आयोजित की जाती रही है।
इसका मूल उद्देश्य अपने क्षेत्र के पुरातात्विक महत्व के क्षेत्रों के प्रति जन जागरूकता को बढ़ाना है। कन्या गुरुकुल परिसर देहरादून की प्रोफेसर रेनू शुक्ला ने कहा कि उनका विभाग समय-समय पर ऐसे आयोजन करता रहा है, जिससे बच्चों के मध्य अपनी प्राचीन भारतीय संस्कृति सभ्यता तथा धरोहरों के प्रति न केवल रुचि बढे बल्कि उनको लेकर उनके अंदर संवेदना भी बढे ताकि नई पीढ़ी अपनी धरोहरों के संरक्षण के प्रति ज़िम्मेदार बने। कार्यक्रम में डॉक्टर नीना , डॉक्टर हेमन, डॉक्टर निपुर, डॉक्टर कविता बेस्ट , मनोज दलाल ,पाल सिंह राणा , शिल्पा रतूड़ी, अंजू पवार , डॉक्टर बबीता शर्मा, डॉक्टर रचना पांडे, डॉक्टर बलवीर कौर, दीपिका, डॉक्टर नेहा, डॉक्टर रचना चौहान आदि उपस्थित रहे। इस अवसर पर छोटे बच्चों की चित्र कला प्रतियोगिता भी आयोजित की गई जिसमें विभिन्न विद्यालयों के छात्रों ने उत्साह पूर्वक प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम के आयोजन में डॉक्टर रेखा राजपूत तथा मनोज दलाल की विशेष भूमिका रही। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर अर्चना डिमरी ने किया।