हरिद्वार। मुस्कान फाऊंडेशन के ‘नेत्रदान व देहदान अभियान’ के चलते जहाँ दो लोगों‌ को दुनिया देखने के लिये आँखों‌ की रोशनी प्राप्त होगी, वही रेलकर्मी स्व. अनिल शर्मा के द्वारा जीते जी भरे गये संकल्प पत्र की बदौलत, उनकी इच्छानुसार उनके निधन के बाद चिकित्सकों के अध्ययन में प्रयोग किये जाने के लिये उनके शरीर को देहदान कर जालीग्रांट चिकित्सालय भेज दिया गया। हुआ यूँ, कि 13 और 14 जुलाई को रात 1:30 बजे श्री अनिल शर्मा जी की सुपुत्री अंशिका शर्मा ने मुस्कान फाऊंडेशन की संचालिका एवं अध्यक्ष श्रीमती नेहा मालिक को फोन से अपने पिता श्री अनिल शर्मा के निधन की सूचना दी। उन्होंने यह भी कहा कि उनके पिता द्वारा पूर्व में मुस्कान फाउंडेशन के माध्यम से भरवाए गए संकल्प पत्र के अनुसार, उनका नेत्रदान तथा देहदान होना है। इस पर श्रीमती नेहा मालिक ने तुरंत ही आई बैंक, जॉली ग्रांट में डा. रेनू धस्माना से संपर्क स्थापित कर उन्हें नेत्रदान के बाबत सूचित किया। साथ ही देहदान के लिये इसी चिकित्सालय की एनाटोमी विभाग की प्रमुख डा. दीपा शर्मा को देहदान हेतु सूचित किया। जाली ग्रांट चिकित्सालय ने तुरन्त अपनी प्रशिक्षित टीमें नेत्रदान व देहदान हेतु श्री अनिल शर्मा जी के निवास पर भेज दीं।

नेहा मलिक ने इस नेत्रदान के कार्य को अपनी देखरेख में संपन्न करवाया और साथ ही संकल्प पत्र के अनुरूप, श्री अनिल शर्मा के शरीर को जॉली ग्रांट हॉस्पिटल रवाना कर दिया गया। नेहा मालिक ने बताया कि, “अनिल शर्मा जी और उनकी पत्नी श्रीमती कल्पना शर्मा जी ने यह संकल्प लिया था कि उन दोनों में से जो भी अपना शरीर छोड़ेगा उसके शरीर व नेत्रों को जॉली ग्रांट हॉस्पिटल दान कर दिया जाएगा।”

मुस्कान फाऊंडेशन ने शर्मा परिवार द्वारा मानवता की इस अनुकरणीय सेवा हेतु स्व. श्री अनिल शर्मा की धर्मपत्नी कल्पना, पुत्री अंशिका के साथ-साथ उनके दामाद सूर्या तथा पुत्र गगन का इस नेक कार्य हेतु समूचे समाज की ओर से आभार व्यक्त किया है, जिनकी बदौलत न केवल दो लोगों‌ को इस दुनियाँ को देखने के लिये आँखों में रोशनी मिलेगी, तो वहीं, चिकित्सकों को भी अपने अध्ययन में नये प्रयोग करने का अवसर प्राप्त होगा। उल्लेखनीय है, कि मुस्कान फाउंडेशन की स्थापना समाजसेवी स्व. नीरज मलिक द्वारा की गयी थी।‌ नेत्रदान, देहदान तथा रक्तदान हेतु संस्था से कभी भी मोबाइल नम्बर 91+9152335133 पर सम्पर्क किया जा सकता है।