हरिद्वार/ जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि सिंचाई, लोनिवि, एनएच, तथा नगर निगम के अधिकारी आपसी समन्वय से कार्य करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अभियंताओं को निर्देश दिये कि बरसात होने पर नहर का जल स्तर कम कर दिया जाये ताकि बरसात के पानी की निकासी आसानी से हो सके।

बैठक में विधायक मदन कौशिक ने कहा कि यूपी सिंचाई विभाग के कार्मिकों की लापरवाही से शहर में बरसात का पानी भरता है क्योंकि नहर का स्तर अधिक होने से पानी की निकासी सही से नहीं हो पाती है। उन्होंने एनएचएआई के अभियंताओं को निर्देशित करते हुए कहा कि भूपतवाला में कामगारों की संख्या बढ़ाकर या जेसीबी के माध्यम से सफाई कार्य शीघ्रता से पूरा किया जाये। जो काम प्रोजेक्ट में शामिल हैं, उन्हें शीघ्रता से पूरा किया जाये। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि भूपतवाला, सिंह द्वार कृष्णा नगर सहित विभिन्न स्थानों पर जल भराव से निजात हेतु शीघ्रता से कार्यवाही पूरी की जाये। उन्होंने प्रमुख 30 नालों की सूची साझा करते हुए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। उन्होंने भेल क्षेत्र में स्थित तालाबों की गहराई बढ़ाने को कहा कि ताकि वर्षा जल को शहर में जाने से रोका जा सके और वर्षा जल संरक्षण एवं संवर्धन कार्य भी किया जा सके। बैठक में नगर आयुक्त वरूण चौधरी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मनीष दत्त, उप जिलाधिकारी मनीष सिंह, अजयवीर सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान, अधिशासी अभियंता सिंचाई मंजू डैनी के अलावा विकास तिवारी, राजेश शर्मा सभासद, सुनील -गुड्डू सभासद,अनिरुद्ध भाटी सभासद सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।